Mein use dhoond raha...
Mein use dhoondta raha
Woh mujhe mila hi nahi
Mein ab bhi use dhoond raha
Woh ab bhi mujhse chhupa hai kahi...
मैं मरना चाहता हूँ
पर मुझे मौत आती नहीं
जिंदा रहना कौन चाहता है
बस जिंदगी कसम दे जाती है ||
मौत तो बस बहाना है
असल में जिंदगी से पिछा छुड़ाना है
डरता हूँ खुद को आईने में देख
इसलिए खुद को खुद से छुपाता हूं||
तेरी यादें छूती हैं मुझे रात भर
सो नहीं पाता हू
कि मोहब्बत है नाम इसका ही
कोई पास हो न हो
अहसास दिला जाता है||
तू मार दे मुझे
मैं मरना चाहता हूँ
ज़र्रे ज़र्रे पे निशान है
तेरे वहशीपन के
तू मेरी जिंदगी की दुआ मत कर
तेरे प्यार से मौत बेहतर है||
अब तो कुछ बोल दे
वास्ता है मेरे प्यार का
दिल तो तुझ से ही लगाया है
यहाँ है और किस का आसरा ||
मन को मार
मन को मार
ऐ पथिक
एक ही रास्ता है तेरे लिए
एक ही मंजिल पानी है तुझे||
कौन हूं मैं
जहर इतना क्यू भरा है||
होठो को चूमना नहीं
जहरीला नहीं हूं मैं||
तू खुद को देख
तू कहा खड़ा है
कारवां कब के आगे बढ़ गया
तू अब तक वही खड़ा/para/ruka है....
क्यू इतना चाहती है तू मुझे
मैं तुम्हें नहीं मिल सकता||
चांद से रौशन पूरा जमाना है
किसी एक के छत की नुमाइश नहीं||
तू मेरा निशान है
तू मेरी पहचान है
तुझमें दिखता है अक्स मेरा
तुझ से ही याद किया जाउ
इतनी ही है मेरी तमन्ना
तू करेगा पूरा मेरा हर सपना
है तुझपे ही भरोसा
मेरा प्यारा बेटा||
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