Kuch shayari
मोहब्बत नहीं, धोखा दिया है तुमने मुझे
कर के वादा जिंदगी भर के लिए, मुझे तन्हा छोड़ दिया है
लगेगी तुम्हें हाए मेरी, बेवफाओं की मौत मरोगी
खुदा का वास्ता है, किसी दिलफेक की माशूका बनोगी....
खून लग चुका है तेरे दिल को, बेवफाई तेरी आदत बन चुकी है
वो शाम तुम्हें भी याद रहेगी, जिसके इंतज़ार में मैंने जिंदगी गुजार दी
कर के वादा तुम नहीं आये, मैं वहीं इंतज़ार करता रहा
भरोसा है उनका, एक दिन तू
भी किसी के याद में तड़पेगी...
कितना तड़पता हूँ
तुम्हारे दीदार के लिए||
होंठ सुख गए हैं||
आखें पथरा गई है||
हर पल जेसे साल लगता है||
काश तुम भी तड़पती मेरे लिए||
मुझे पाने की हसरत रखती||
मेरे लिए फ़ना हो जाती ||
मेरे सूखे रेगिस्तान में राहत की बूंदें बन जाती ||
पहले हर पल तड़पती थी
दीदार को मचलती थी
अपना सब कुछ खो के भी मुझे खुश रखती थी
अब कई दिन तक याद भी नहीं करती
मैं तो वही खड़ा हूं
तुमने शायद रास्ता ही बदल लिया
डर मत तू, खुदा सबके एक है
रास्ता भी एक है, मंजिल भी एक है
ये दुनिया धूल का झोंका है
उस आग से सबको गुजारना है..
(About newspaper)
U write and I read
U make my thoughts and I believe
U make my existence and I thrive on it
Don't damage/distort me and I will be ruined....
लफ़्ज़ों में बयान कर सकता हूँ
पर दिल में उतरना है||
छू के तेरे रूह को
तुझमें ही खो जाना है||
रास्ता वही चुनता है इंसान
जो लगता है उसे आसान||
बडे बेरहम थें वो
याद करके भी भुला दिया
हम यूं राह देखते रहे
उन्होंने रास्ता ही बदल दिया||
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