Yeh naya daur hai

 प्यार तो बस मन लगाने की चीज़ है|

वफ़ा की बात ही मत कर|

दिमागी बुखार है ये इश्क|

किसी से उम्मीद तो बेवकूफी है|

तू ज्यादा मत सोच रूपेश|

तू भी वही कर जो उसकी फरमाइश है||



अखलाक की बात ना कर रूपेश|

ये एक अलग दौर है||

यहां जो हम कहें वही सच है|

जो दोहराए वही मुनासिब है||

हम जो करें वही सही है|

सवाल जो करें वो गैर है|

जो हमें माने वही दोस्त है|



शहर पशोपेश में हैं|

शहर बरबाद जो हो रहा है||

किसे  इत्तिला करूं रूपेश|

शहर वालों को|

कि शहर बर्बाद करने वालों को||



फिरदौस हूं मैं

अपने गुलिस्तां का|

तू भी बन मरकज़

 अपनी दुनिया का||

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