कम से कम दर्द तो दे

 मोहब्बत ना भी दे

दर्द तो दे

कुछ ना दे

कम से कम दर्द तो दे

प्यार से जुड़ नहीं पाया

दर्द से तो जुड़ जाऊं

तुम्हारा ना भी हो पाऊ

तुम से दूर तो हो जाऊ

तुम मेरे साथ नहीं होगे

तुम्हारी याद तो होगी

ख़ुशी नहीं तो

कम से कम गम तो होगा

दर्द ही दे दे

प्यार नहीं दे सकती तो

कुछ तो याद रहेगा

तुझे भी

और मुझे भी

इतना क्या कम है

कुछ नहीं से कुछ तो सही

प्यार नहीं

दर्द ही सही

तुम थी तो हसरतें थी

तुम थी तो उम्मीदे थी

और मैं जिंदा था

तुम नहीं

तो मेरे होने का मकसद क्या

तुम्हारी नफ़रत ही सही

कम से कम जीने की वजह तो थी||

रूपेश रंजन



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