नींद आती है पर सोता कहां हूं

 नींद आती है

पर सोता कहां हूं

डरता हूँ मैं

उसकी यादों से अलग न हो जाऊं

एक भी पल


नींद आती है

पर सोता कहां हूं

डरता हूँ मैं

कहीं दर्द कम न हो जाए

और वो अलग हो जाये



नींद आती है

पर सोता कहां हूं

डरता हूँ मैं

कहीं वो न आ जाये

और मैं सोया रह जाऊं


नींद आती है

पर सोता कहां हूं

डरता हूँ मैं

मुझे सोता देख

बिना कोई आहट किये

वो कहीं चली न जाए


नींद आती है

पर सोता कहाँ हूँ

डरता हूँ मैं

कोई दस्तक हो

और में सुन न पाऊ||

रूपेश रंजन



Neend aati hai

Par sota kaha hu

Darta hu mein

Uski yaadon se alag n ho jaau

Ek bhi pal


Neend aati hai

Par sota kaha hu

Darta hu mein

Kahi dard kam n ho jaaye

Aur wo alag ho jaaye



Neend aati hai

Par sota kaha hu

Darta hu mein

Kahi wo n aa jaaye

Aur mein soya rah jaau


Neend aati hai

Par sota kaha hu

Darta hu mein

Mujhe sota dekh

Bina koi aahat kiye 

Woh kahi chali n jaaye...

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