मैं तरसता हूँ उसके लिए
वो जानती है
मैं तरसता हूँ उसके लिए
तरसता हूँ उसे देखने के लिए
तरसता हूँ उसे जी भर के देखने के लिए
सुकून मिलता है मुझे उसे देख के
इसलिए इतना तड़पाती है वो मुझे
दूर रहती है वो मुझसे
खुद को छुपा के रखती है मुझसे
मेरे गली से नहीं गुजरती है वो
रूपेश रंजन
She knows
I yearn for him
longing to see her
I yearn to see her to my heart's content
I feel relieved when I see her
She is a soother to my eyes
That's why she torments me so much
She stays away from me
Keeps herself hidden from me
She doesn't cross my path.
Rupesh Ranjan
कितनी भी कोशिश कर लो
मिलेंगे नहीं हम तुम
ये गौर ए आजमाइश
मैंने सिखाया है इसी दुनिया में
ये दुनिया तुरबत है
जिंदा दिलों के लिए
यहां लाशें मिलती हैं इश्क में
ख़ौफ़ ए ज़वाल में कोई क्या खाक मोहब्बत करें
सहादत देने के लिए ही हम उठे हैं कब्र से
ख़ौफ़ ए हयात से कुर्बानी बेहतर है
इतना ही कहूँगा
जिन्हे डर है
वो उतरे ही नहीं जंग ए मैदान में...
रूपेश रंजन
न ज़मीन का अंदाज़ा
न आसमां का
ख्वाबो का ही जहां अच्छा है
न इनकार करें
न तकरार करें
न मिलने का बहाना
न खोने का फसाना
ख्वाब तो झूठे ही होते हैं
फ़कत इसलिए तो बेहतर लगते है
न लफ़तो-लिबास
न सच का सामना
जो दिल को अच्छा लगे
उसे ही ख्वाब बना ले||
रूपेश रंजन
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