मुझे रात की शांति और सुकून से प्रेम है...
मुझे रात की शांति और सुकून भाता है,
उसका हर पल दिल को लुभाता है।
चाँदनी की चादर में लिपटी यह रात,
जैसे मन में भर देती हो मधुर बात।
आकाश में सितारों का जादू बिखरा है,
हर कोने में सन्नाटा ठहरा है।
इस गहरी रात का हर एक एहसास,
जैसे आत्मा को देता हो विश्राम का वास।
रात की नीरवता में है एक अनोखी बात,
जो हर मन को देती है सुकून की सौगात।
उसकी ठंडी हवा मेरे दिल को छूती है,
मेरे विचारों को एक नई दिशा देती है।
चाँद की रोशनी में बहती है मधुरता,
रात के अंधेरे में छिपी है गहराई की सुंदरता।
उसकी शांति में बसी है मन की ताजगी,
उसकी गोद में मिलती है सुकून की पगड़ी।
रात का सन्नाटा मुझे गहरा भाता है,
उसकी हर छवि दिल को सुकून पहुंचाता है।
इसकी नीरवता में छिपा है अनमोल धन,
जो जोड़ता है आत्मा को परम जीवन।
सितारे झिलमिलाते हैं जैसे सपनों का संसार,
उनकी रोशनी से सजता है अंधियारा हर बार।
चाँदनी में बसी है अनोखी सी मिठास,
जो दिल में भर देती है नई आस।
रात का अंधेरा डराने वाला नहीं,
यह तो मन को समझाने वाला सही।
उसके साए में मिलता है ठहराव,
हर दर्द को भूलकर, दिल पाता है आराम।
मैं रात के सन्नाटे में खो जाता हूँ,
अपने भीतर की आवाज़ सुन पाता हूँ।
इसकी गहराई में बसी है एक कहानी,
जो सिखाती है जीवन की सच्चाई पुरानी।
रात के बादल जब धीमे-धीमे चलते हैं,
चाँद के चारों ओर स्वप्न बुनते हैं।
उसकी हर छवि मेरे दिल को छू जाती है,
उसकी खामोशी मेरी आत्मा को गुनगुनाती है।
रात का सुकून है जैसे माँ की गोद,
जो हर दर्द को भुला देती है रोज़।
इसकी ठंडी छाया में मिलता है आराम,
जैसे थकान के बाद मिल जाए नया काम।
रात की नीरवता मुझे प्रिय है,
उसकी हर धड़कन में एक कहानी लिखी है।
उसकी चुप्पी में छिपा है सच्चा प्यार,
जो हर मन को करता है उद्धार।
रात का अंधेरा है गहरा लेकिन मधुर,
उसकी हर परत में है छिपा एक सुर।
उसके सन्नाटे में बसी है शांति की धुन,
जो हर दिल को देती है आनंद का गुन।
रात की हवा में एक जादू है छिपा,
जो हर आत्मा को शांत कर देता।
इसका अंधकार नहीं डरावना लगता,
बल्कि इसके साए में हर मन सजता।
मुझे रात की यह सादगी भाती है,
उसकी हर शांति दिल को सुहाती है।
उसकी गहराई में बसा है एक समर्पण,
जो जोड़ता है आत्मा को हर क्षण।
रात की इस शांति में मिलती है रौशनी,
जो दिन की भागदौड़ में छुप जाती है कहीं।
इसकी ठंडी गोद में जो आराम है,
वह जीवन का सबसे प्यारा पैगाम है।
मैं रात को गहराई से महसूस करता हूँ,
उसकी सुंदरता को हर पल पढ़ता हूँ।
इसकी शांति में बसी है अनमोल छवि,
जो आत्मा को देती है सुकून की नवी।
रात के चाँद से मुझे प्रेरणा मिलती है,
उसकी रोशनी से हर राह सजीव लगती है।
सितारों की झिलमिलाहट में है जीवन का सार,
रात का हर पल मुझे करता है प्यार।
Comments
Post a Comment