सुप्रभात, मेरी प्रिये

 सुप्रभात, मेरी प्रिये


सुप्रभात, प्रिये, मेरे दिन की रोशनी,

सूरज भी फीका तेरी सुनहरी छटा के सामने।

तेरी मुस्कान है सुबह का वो उजाला,

जिसमें छुपा है मेरे जीवन का सारा हवाला।


जग जब शांत हो, सुबह करवट ले,

तेरी यादों में मेरा हर पल रहे।

तू है मेरे दिल की प्यारी धुन,

तेरा ख्याल है सुबह का सबसे मधुर जुनून।


पंछी गा रहे तेरा नाम लेकर,

हवा में तेरी खुशबू है बिखरकर।

हर फूल जो खिले, हर हवा जो बहे,

तेरी सुंदरता की गाथा है कहे।


दिन और उज्जवल लगता है तेरे साथ,

तेरा प्यार है मेरा सबसे प्रिय खजाना।

तेरे संग बिताए हर पल का स्वाद,

सपनों से सजा है मेरा यह संसार।


तो जागो, प्रिये, इस सुंदर प्रभात पर,

चलें साथ में दिन के हर पल पर।

तेरी हँसी है वो धूप की किरण,

जो मेरे हर दिन को बनाती है जीवन।


सुप्रभात, मेरी प्रिये, मेरे दिल की धड़कन,

तू है मेरा संसार, मेरी सबसे बड़ी धन।

आज का दिन भी हो तुझ सा प्यारा,

भर दे इसे खुशियों और सपनों का सहारा।


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