एक बार मन में प्यार जगाके छोड़ के मत चले जाना
एक बार मन में प्यार जगाके छोड़ के मत चले जाना
एक बार मन में प्यार जगाके,
छोड़ के मत चले जाना।
इस दिल को सपने दिखाके,
उजाड़ के मत चले जाना।
तुम्हारे लिए हर धड़कन धड़की,
तुमसे ही हर उम्मीद बंधी।
अगर यह दिल तुम्हें समर्पित है,
तो इसे तोड़ के मत चले जाना।
तुमने सिखाया था मुस्कुराना,
हर ग़म को दिल से हटाना।
अब तुम्हारे बिना ये सीख अधूरी है,
मुझे भुलाके मत चले जाना।
तुमने दिखाया जो ये प्यार का जहां,
उसमें अब तुम ही हो मेरी पहचान।
अगर इस रिश्ते का कोई अर्थ है,
तो इसे अनदेखा करके मत चले जाना।
तेरे बिना ये दिल वीरान होगा,
हर गली हर कोना सुनसान होगा।
जो रिश्ते की शुरुआत की है हमने,
उसे बर्बाद करके मत चले जाना।
तुम्हारी यादों से घिरा ये दिल,
हर पल तुम्हारा एहसास करता है।
इस एहसास को अधूरा छोड़कर,
मुझे तन्हा करके मत चले जाना।
प्यार के बंधन को ऐसे मत तोड़ना,
मुझे इस अधेरे में छोड़ के मत भागना।
एक बार जो दिल से जोड़ा है नाता,
उस नाते को मिटाके मत चले जाना।
जो रास्ता हमने साथ चुना,
उस पर अब तुम्हारा साथ ही है जीना।
अगर तुम्हें कभी लगा कि दूर जाना है,
तो बिना वजह का इल्ज़ाम लगाके मत चले जाना।
तुम्हारा होना मेरी दुनिया है,
तुम्हारे बिना ये रूह अधूरी है।
इस रूह को ठुकराकर,
मेरी जिंदगी बर्बाद करके मत चले जाना।
तुमने मेरा हर सपना देखा है,
तुमने मेरा हर दर्द समझा है।
अब इन सपनों और वादों को,
झूठा बनाकर मत चले जाना।
एक बार मन में प्यार जगाके,
छोड़ के मत चले जाना।
इस दिल को सपने दिखाके,
उजाड़ के मत चले जाना।
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