"मैं अब फ़ना होना चाहता हूँ"
मैं अब फ़ना होना चाहता हूँ,
तुम्हारा दीदार हो गया,
तेरा अक्स है इन आँखों में,
और तेरी यादों का मुझ पर पहरा हो गया।
तेरी हर झलक ने मुझको संवार दिया,
हर लम्हा अब तेरा एहसास है,
अब और कुछ बाकी नहीं मुझमें,
तेरे इश्क़ में खो जाने का बस एक ख़्वाब है।
तेरी यादें मेरे दिल का हिस्सा हैं,
हर धड़कन में तेरा ही नशा है,
अब मिट्टी में तेरे साथ घुल जाना है,
तेरी चाहत का यही सच्चा सिला है।
जिंदगी का सफर मुकम्मल हो गया,
तेरी महक मेरी रूह में बस गई,
अब इस मिट्टी में खो जाने को तैयार हूँ,
तेरी मोहब्बत की मिट्टी में मिलना चाहता हूँ।
मैं अब फ़ना होना चाहता हूँ,
तुम्हारा दीदार हो गया,
तेरा अक्स और तेरी यादों का कारवां लेकर,
इस खाक में अब दफ़न हो जाना चाहता हूँ।
Comments
Post a Comment