कितना आसान है तुम्हारे लिए कहना
कितना आसान है तुम्हारे लिए कहना,
कि मैंने छोड़ दिया तुम्हें,
मेरे लिए तो यह सुनते ही,
जैसे जीवन से ही छोड़ दिया किसी ने।
तुम्हारे लफ़्ज़ हल्के थे,
पर मेरे लिए तलवार बन गए।
तुम्हारे होंठ हिले बस पलभर,
और मेरा संसार थम गया।
क्या कभी सोचा तुमने,
कि ये शब्द मेरे दिल पर
कैसा वार करेंगे?
या तुम्हारी दुनिया में,
मैं इतना हल्का हो गया?
तुम्हारे जाने की खबर ने,
मुझे जड़ बना दिया।
साँसें चल रहीं हैं,
पर भीतर सब कुछ बुझ गया।
जो पल हमने साथ जिए थे,
क्या वो सब झूठा था?
क्या वो हँसी, वो आँसू,
वो बातें सब अधूरी थीं?
तुम्हारे लिए यह बस एक क्षण था,
मेरे लिए अंतहीन रात।
तुम्हारे लिए यह बस एक फैसला था,
मेरे लिए टूटा हुआ विश्वास।
मैंने तुमसे पाया था,
जीने का नया सबब।
अब जब तुम गए,
तो सब कुछ अधूरा सा लग रहा है।
क्या तुम्हें याद नहीं,
वो वादे जो हमने किए थे?
या वो सपने,
जो हमने देखे थे साथ?
मेरे लिए हर पल,
अब एक सजा बन गया है।
तुम्हारे बिना,
यह दुनिया सूनी लगती है।
तुम्हारे बिना मेरा हर लम्हा,
एक बोझिल पत्थर है।
तुम्हारे बिना,
मैं खुद से अजनबी हो गया हूँ।
क्या तुम्हारे दिल में कभी,
मेरे लिए एक कोना भी नहीं था?
या मैं बस एक कहानी था,
जो खत्म होनी थी किसी दिन?
अगर हाँ, तो क्यों?
क्यों इतना करीब आए तुम?
क्यों मुझे वो सपने दिखाए,
जिन्हें पूरा करना था तुम्हारे साथ?
मैं अब सवालों के घेरे में हूँ,
अपने ही भीतर।
तुम्हारे जाने का दर्द,
हर दिन बढ़ता ही जा रहा है।
पर शायद यही सच्चाई है,
कि किसी का प्यार,
हमेशा नहीं रहता।
और किसी का दर्द,
सदा के लिए रह जाता है।
तुम्हारे लिए आसान था कहना,
पर मेरे लिए मुश्किल है जीना।
मैं हर पल तुम्हारी यादों में,
एक जलता हुआ दीपक हूँ।
पर यही जीवन है शायद,
हर खुशी के पीछे एक गम।
हर मिलन के बाद बिछड़ना,
और हर प्रेम का अंत।
कितना आसान है तुम्हारे लिए कहना,
कि मैंने छोड़ दिया तुम्हें।
पर मैं अब भी वहीं खड़ा हूँ,
जहाँ तुम्हें पाया था कभी।
तुम्हारे बिना,
मैं अधूरा हूँ।
पर तुम्हारी खुशी के लिए,
अब खुद से लड़ता हूँ।
तुम जियो,
जैसे जीना चाहते हो।
मैं तुम्हारी यादों के संग,
अपनी साँसों को गिनता रहूँगा।
क्योंकि प्यार का मतलब,
सिर्फ पाना नहीं होता।
कभी-कभी छोड़ने में भी,
प्यार का सबक छिपा होता है।
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