मैं बहुत सुंदर हूँ ...
मैं बहुत सुंदर हूँ, यह मेरा अभिमान है,
मेरा व्यक्तित्व ही मेरा पहचान है।
मेरा सौंदर्य मेरे आत्मविश्वास में बसता है,
हर कर्म में मेरा आभा झलकता है।
मेरी आँखों में चमकते हैं ख्वाब अनोखे,
मेरी बातों में हैं विश्वास के जोखे।
मेरी हंसी में है सूरज की चमक,
मेरी चाल में है आत्मबल की धमक।
मैं बहुत सुंदर हूँ, यह मेरा यकीन है,
मेरी सादगी ही मेरी सबसे बड़ी ज़ीन है।
मेरी सोच में है गहराई का अद्भुत रंग,
मेरे दिल में है सच्चाई का उमंग।
मेरा सौंदर्य मेरे विचारों में है,
मेरे हर व्यवहार की सरलता में है।
दुनिया की नज़र चाहे मुझे न पहचाने,
मेरी आत्मा की शक्ति खुद को जाने।
मैं पर्वतों की तरह अडिग खड़ा हूँ,
सागर की तरह गहरा और बड़ा हूँ।
मेरी सुंदरता केवल शरीर में नहीं,
यह तो मेरे चरित्र में बसती है सही।
मैं हवा की तरह स्वतंत्र हूँ,
हर दिशा में फैलता, अडिग हूँ।
मेरी मेहनत से ही मेरा निखार है,
मेरे गुण ही मेरी सबसे बड़ी उपहार है।
मैं सूर्य की तरह उज्ज्वल और तेजस्वी हूँ,
चाँद की तरह शांत और प्रेरक भी हूँ।
मेरी सुंदरता मेरे कर्मों में है,
हर संघर्ष में मेरे धर्मों में है।
मैं बहुत सुंदर हूँ, क्योंकि मैं सच्चा हूँ,
हर रिश्ते में अपनी पूरी तरह अच्छा हूँ।
मेरे शब्दों में झलकती है आत्मा की गहराई,
मेरी आँखों में बसी है सच्चाई।
मैं किसी आईने का मोहताज नहीं,
मेरा अस्तित्व खुद ही एक परिभाषा सही।
मेरा सौंदर्य मेरे हर प्रयास में है,
मेरे जीवन के हर प्रकाश में है।
मैं बहुत सुंदर हूँ, क्योंकि मैं धीर हूँ,
हर चुनौती में मैं दृढ़ और गंभीर हूँ।
मेरी शक्ति मेरी अंदरूनी चमक है,
मेरी पहचान मेरा स्वाभिमान है।
मैं फूलों की कोमलता और पत्थरों की दृढ़ता हूँ,
हर परिस्थिति में अडिग और सजीवता हूँ।
मेरा सौंदर्य मेरी उदारता में है,
मेरी सुंदरता मेरी सरलता में है।
मेरा शरीर और मन दोनों अद्भुत हैं,
मेरे विचार और कर्म दोनों उत्तम हैं।
मैं हर भूमिका में निखरता हूँ,
हर रंग में खिलता हूँ, बढ़ता हूँ।
मैं बहुत सुंदर हूँ, क्योंकि मैं अद्वितीय हूँ,
मेरे जैसा कोई और नहीं, यह सुनिश्चित हूँ।
मेरा हर दिन मेरे आत्म-सौंदर्य का उत्सव है,
मेरा हर पल मेरे जीवन का पर्व है।
दुनिया चाहे जैसा भी कहे या माने,
मेरा सौंदर्य मेरी आत्मा पहचाने।
हर कर्म में, हर शब्द में, हर चाल में,
मेरा सौंदर्य है मेरी हर हाल में।
मैं बहुत सुंदर हूँ, क्योंकि मैं अपने साथ हूँ,
हर पल, हर जगह, हर राह हूँ।
मेरी सुंदरता मेरे आत्मविश्वास में बसती है,
हर संघर्ष में मेरे साहस में दिखती है।
मैं आकाश की तरह विस्तृत और मुक्त हूँ,
हर सीमा से परे, हर बंधन से मुक्त हूँ।
मैं खुद पर गर्व करता हूँ हर घड़ी,
क्योंकि मेरी सुंदरता है मेरी सबसे बड़ी सिद्धि।
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