मुझे सूर्योदय से प्रेम है...

मुझे सूर्योदय से प्रेम है, यह सच्चाई है,

उसकी लालिमा में छिपी जीवन की गहराई है।

हर सुबह जब आंखें खुलती हैं,

चाहता हूँ कि उगते सूरज को देख सकूँ।


आकाश में जब पहला रंग भरता है,

धरती पर नया जीवन झरता है।

सूरज की किरणें जब धरती को चूमती हैं,

सारी प्रकृति खुशी से झूमती है।


उसका उगना एक नयी शुरुआत लाता है,

हर अंधकार को दूर भगाता है।

उसकी रोशनी में छिपी है नई आस,

हर मन को देती है नई साँस।


मुझे सूर्योदय के रंग बहुत भाते हैं,

उसकी छवि मेरे दिल को लुभाते हैं।

आकाश का वह सुनहरा पल,

जैसे समय खुद ठहर गया कल।


जब पक्षी गाते हैं उसका स्वागत गीत,

हर पेड़, हर फूल लगते हैं मीत।

चिड़ियों की चहचहाहट में वह रस है,

जो सुबह की ठंडी हवा में बस है।


सूर्योदय देखना मेरा सबसे बड़ा ख्वाब है,

उसकी लालिमा में बसा जीवन का जवाब है।

हर सुबह उसे देखना एक वरदान है,

उसका न देख पाना, जैसे कुछ अधूरा सामान है।


मुझे वह क्षण बहुत प्रिय है,

जब सूरज क्षितिज से उठता है।

उसका आना एक नई प्रेरणा देता है,

हर निराशा को उम्मीद में बदलता है।


उसका प्रकाश जैसे मेरी आत्मा छूता है,

हर चिंता, हर दर्द को दूर करता है।

उसके साथ उठता हूँ मैं भी नई ऊर्जा से,

हर दिन की शुरुआत एक नई कृपा से।


मुझे सूर्योदय की पहली किरण चाहिए,

जो मेरे मन को नया जीवन दे जाए।

उसका स्पर्श मेरे दिल को सुकून देता है,

जैसे मेरा हर सपना सच करता है।


मैं चाहूँ हर सुबह उसे देख सकूँ,

उसकी रोशनी में अपनी राह देख सकूँ।

सूर्योदय के संग चलना मेरी चाह है,

उसका होना मेरे जीवन की राह है।


वह समय जब सूरज उठता है,

हर दिशा में रोशनी फैलाता है।

उसकी आभा से जगमग होता आकाश,

धरती पर छा जाता है उसका प्रकाश।


सूरज का उगना एक संदेश देता है,

हर कठिनाई में जीने की आस देता है।

उसकी हर किरण एक नया सबक सिखाती है,

हर दुख को पीछे छोड़, खुशी लाती है।


मुझे उसकी गरिमा बहुत भाती है,

हर सुबह उसके दर्शन की प्यास सताती है।

उसका उगना जैसे एक नया गीत है,

प्रकृति का यह अद्भुत संगीत है।


सूर्योदय देखना मेरे लिए एक पूजा है,

उसकी रोशनी में बसा हर जवाब का दूजा है।

उसका आना मेरे दिल को सुकून देता है,

हर सुबह मेरे जीवन को नई दिशा देता है।


सूर्योदय का रंग जैसे सजीव कला है,

हर कोना जैसे किसी चित्रकार ने सजा डाला है।

उसकी छवि मेरे दिल में बसती है,

हर सुबह उसे देखना मेरी चाह बनती है।


मुझे सूर्योदय चाहिए हर सुबह,

जैसे हर दिन की शुरुआत हो एक दहलीज।

उसकी रोशनी में खो जाना चाहता हूँ,

हर दिन उसके संग जीना चाहता हूँ।


सूर्योदय मेरे जीवन की प्रेरणा है,

उसकी आभा में छिपी हर साधना है।

उसकी लाली से मिलता है विश्वास,

हर दिन जीने का एक नया अहसास।


मैं उसकी किरणों को आत्मा में भरना चाहता हूँ,

उसकी रोशनी में हर डर को हरना चाहता हूँ।

मुझे सूर्योदय से प्रेम है, यह मेरी खुशी है,

हर सुबह उसका स्वागत मेरी बंदगी है।


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