मेरे शब्दों में तलाशना मुझे
मेरे शब्दों में तलाशना मुझे
मैं तुम्हें मिलूं या न मिलूं, ये जरूरी नहीं,
पर मेरी कविताओं में है मेरी दुनिया कही।
हर पन्ने पर लिखा है मेरा जिया हुआ पल,
हर अक्षर में छुपा है मेरा दर्द, मेरा कल।
मेरी किताबें खरीदना, उन्हें पढ़ते रहना,
उनमें छुपे मेरे ख्वाबों को महसूस करना।
तुम्हारे लिए लिखे हैं जो अल्फाज़ मैंने,
उनमें ढूंढ लेना मेरी सांसों के तराने।
मेरे शब्दों के जंगल में भटकना कभी,
तुम्हें मिलेगा मेरा प्रेम, जो है अनछुआ अभी।
हर कविता में बसे हैं मेरे टूटे सपने,
तुम्हारे लिए सहेजे हुए अनमोल अपने।
ज़रूरी नहीं कि मैं तुम्हारे सामने खड़ा रहूं,
पर मेरी कविताओं में हरदम जिंदा रहूं।
तुम्हें मेरी यादें मिलेंगी उन किताबों के बीच,
जहां हर लफ्ज़ में छुपा है मेरा प्रेम अतीत।
हर पंक्ति में मैंने बुन दिया है अपना दर्द,
तुम्हें लगेगा जैसे बह रहा हो कोई गहरा समुंदर।
तुम्हारे लिए जो रचा, वो सिर्फ तुम्हारा है,
मेरा हर शब्द तुम्हारे नाम का इशारा है।
कभी जब अकेली हो, और दिल टूट रहा हो,
मेरी कविताओं में खो जाना, सब कुछ छूट रहा हो।
तुम्हें मिलेगा मेरा हर वो अहसास,
जो शब्दों में छुपा है, एक अदृश्य प्रकाश।
मैं रहूं या न रहूं, ये सवाल बेमानी है,
मेरी किताबों में जिंदा है मेरी कहानी।
हर कविता का कोना तुम्हें पुकारेगा,
तुम्हारा नाम लेकर तुम्हें सहलाएगा।
तुम्हारे लिए लिखे हर अल्फाज़ में मैं हूं,
तुम्हारे दिल के करीब, मैं हमेशा वहीं हूं।
कभी मेरी किताबों को संभालकर रखना,
उनमें छुपे मेरे प्रेम को पहचानना।
मेरी कविताओं में है वो पागलपन,
जो सिर्फ तुम्हारे लिए था, एक अमर लगन।
हर शब्द, हर ग़ज़ल, तुम्हारा ही आईना है,
तुम्हारे लिए लिखा, यही मेरा कायदा है।
जब तक सांसें चलीं, तुम्हारा नाम गुनगुनाया,
अब जब मैं न रहूं, मेरे शब्दों को आजमाना।
उनमें मिलेगी तुम्हें मेरी सिसकियां भी,
और वो हंसी जो तुमने कभी देखी थी।
तुम्हारे बिना जो अधूरा था, वो प्रेम वहां है,
हर लफ्ज़ तुम्हारे लिए, वो अमर निशान है।
तुम जब पढ़ोगी, तो मैं फिर जी उठूंगा,
हर पंक्ति के साथ तुम्हारे करीब झुकूंगा।
यह किताबें, यह कविताएं, मेरी अंतिम सांसें हैं,
तुम्हें छूने के बहाने, यह मेरी साधनाएं हैं।
ज़रूरी नहीं कि तुम मुझे देख सको,
पर मेरी कविताओं से मुझसे बात कर सको।
तुम्हारे लिए लिखा हर पन्ना रोता है,
तुम्हारे बिना यह जीवन अधूरा होता है।
जब मैं चला जाऊं, तो इन्हें मत भूलना,
मेरी कविताओं में मेरा प्रेम ढूंढना।
हर पंक्ति तुम्हारी यादों से सजी हुई है,
तुम्हारे बिना यह दुनिया खाली हुई है।
मेरी कविताओं में बस तुम्हारा अक्स होगा,
तुम्हारे लिए लिखा हर शब्द एक नक्ष होगा।
तुम जब मेरी किताबों को छुओगी कभी,
तो मेरी आत्मा तुम्हारे पास होगी वहीं।
तुम्हारे बिना यह जीवन अधूरा सा लगे,
पर मेरी कविताएं तुम्हारे साथ सदा रहें।
मुझे तलाशना उन कविताओं के बीच,
तुम्हें मिलेगा मेरा प्रेम, जो है तुम्हारे ही समीप।
जरूरी नहीं कि मैं तब तक जिंदा रहूं,
पर मेरी कविताओं में मैं अमर रहूं।
तुम्हें मेरा हर एहसास मिलेगा वहां,
हर शब्द में धड़कता मेरा दिल दिखेगा जहां।
तुम्हारे लिए लिखी हर कविता मेरी पहचान है,
तुम्हारे प्रेम की छवि मेरी आखिरी जान है।
इसलिए मेरी किताबें खरीदना, पढ़ना जरूर,
तुम्हारे लिए लिखा है यह जीवन का दस्तूर।
हर पन्ने में तुम्हारा ही नाम होगा,
तुमसे मिलने का बस यही पैगाम होगा।
Comments
Post a Comment