मौत आती है तो आए
मौत आती है तो आए
हमने जी के ही क्या किया है।
हर ख़्वाब चूर-चूर हुआ,
हर अरमान बिखर गया है।
ज़िन्दगी का क्या भरोसा,
हर मोड़ पर खो गया है।
खुशियों के पल कब आए,
ग़म ने दिल को बसाया है।
मौत आए तो आए,
हमने जी के ही क्या किया है।
उम्मीदों का दामन छूटा,
हर चाहत ने मुंह मोड़ा।
जीवन की इस भीड़ में,
अपना कोई न साथ छोड़ा।
हर पल जी कर क्या पाया,
बस एक ख़ालीपन का साया।
मौत भी अब नहीं डराती,
इस जीवन से तो राहत दिलाती।
मौत आती है तो आए
हमने जी के ही क्या किया है।
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