दर्द से लगता है सीना फट जाएगा,
दर्द से लगता है सीना फट जाएगा,
और दिल से खून रिसेगा।
इतना दर्द होता है,
जब उसकी याद आती है।
पलट के भी नहीं देखा मुझे,
कई साल बीत गए इंतजार करते करते।
इस साल मैं भी शादी कर लूंगा।
जब वो मेरे पास थी, तो हर दिन रोशन था,
अब उसके बिना हर दिन अंधेरा सा लगता है।
वो बातें, वो हंसी, वो मुस्कानें,
सब कुछ याद आता है, और दिल फिर टूट जाता है।
कभी सोचा था कि वो हमेशा साथ रहेगी,
पर क्या पता था, वो तो इतनी दूर चली जाएगी।
वो पल, जब हम दोनों एक थे,
अब वो पल बस एक ख्वाब सा लगता है।
अब मैं अकेला हूँ, और वो नहीं है,
कितनी बार दिल ने कहा कि अब तुम नहीं हो।
हर रात उसका ख्याल दिल में उठता है,
और सुबह का सूरज भी अब फीका सा लगता है।
कभी उसकी उम्मीदों में जी रहा था,
अब वो उम्मीदें ही धुंधली हो गई हैं।
इतना दर्द है दिल में,
जो शब्दों में नहीं आ पाता।
सिना फटने का डर है, और दिल से खून बहता है,
जब उसकी यादों में खो जाता हूँ, तो सब कुछ रुक सा जाता है।
कभी उसकी आँखों में देखा था मैंने अपना घर,
अब उसकी आँखों में किसी और का प्यार है।
क्या यह मेरा दोष था? क्या मैंने कुछ गलत किया?
क्या वो मुझसे दूर होने के बाद खुश है?
क्या उसे मेरी याद आती है? क्या उसे भी तकलीफ होती है?
कितनी बार खुद से पूछा, क्या मैंने सही किया था?
वो पल, जब उसने मुझसे पलट कर न देखा,
अब वो पल इतना दर्दनाक लगता है।
कभी वो हाथ जो मेरा साथ देते थे,
अब वो हाथ किसी और का साथ दे रहे हैं।
कभी लगता था कि मैं और वो एक थे,
लेकिन अब वह सिर्फ एक याद बन कर रह गई है।
सालों तक इंतजार करता रहा,
हर दिन, हर पल उसी की तलाश में जीता रहा।
लेकिन अब हर इंतजार खाली सा लगता है,
उसके बिना मेरा दिल अब कहीं भी नहीं लगता है।
वो खुशियाँ जो उसके साथ थीं,
अब सिर्फ एक ख्वाब बन कर रह गई हैं।
इस साल में भी शादी कर लूंगा,
क्योंकि ज़िंदगी रुक नहीं सकती।
दिल में जो दर्द है, वह कभी खत्म नहीं होगा,
पर शायद एक नई शुरुआत से दिल को राहत मिले।
क्या होगा अगर मैं अब आगे बढ़ूँ?
क्या होगा अगर मैं खुद को फिर से प्यार करूँ?
यह सब दिमाग में घूमता है,
लेकिन दिल को अब समझना मुश्किल हो गया है।
क्या मैं कभी उस दर्द से बाहर निकल पाऊँगा?
क्या मेरी ज़िंदगी कभी फिर से सही हो पाएगी?
इन सवालों के बीच जीते हुए,
मैं फिर भी एक नई राह पर बढ़ता हूँ,
उम्मीद है कि एक दिन शांति मिलेगी,
लेकिन उस दिन तक ये दर्द मेरे साथ रहेगा।
इतना दर्द होता है, जब उसकी याद आती है,
लेकिन मुझे यह भी पता है कि एक दिन मैं ठीक हो जाऊँगा।
फिर भी, वह यादें कभी दूर नहीं जाएँगी,
क्योंकि वो एक हिस्सा हैं, मेरी ज़िंदगी का।
और इस दर्द के साथ, मैं आगे बढ़ूँगा,
क्योंकि आखिरकार, मुझे जीने की राह तो खुद ही तय करनी होगी।
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