आज जाने की जिद न करो
आज जाने की जिद न करो,
ये दिन फिर कहाँ, ये रात फिर कहाँ,
दिल की बात फिर कहाँ,
आज जाने की जिद न करो।
हवाओं में घुली ये खुशबू,
खामोशी में छुपी ये जादू,
चाँदनी भी रुकी है यहाँ,
तुम भी ठहर जाओ,
मोहब्बत की एक दुआ बन जाओ।
दिल कह रहा, आज की रात यही,
बिखर जाए, हर चाहत वहीं।
लम्हों को रोक लो,
साँसों को थाम लो,
आज जाने की जिद न करो।
नज़रें कहतीं, पास रहो,
खुद से जुड़ी हर बात कहो।
धड़कन को महसूस करो,
पलकों की चादर तले,
सपनों के घर सजने दो।
सूरज को भी न आने दो,
सितारों को सुलाने दो,
ये रात अमर कर जाए,
हम दोनों को समेट जाए।
दिल कह रहा, आज की रात यही,
बिखर जाए, हर चाहत वहीं।
लम्हों को रोक लो,
साँसों को थाम लो,
आज जाने की जिद न करो।
कभी हमारी बातें सुनो,
कभी खुद को महसूस करो।
जिंदगी की राहों में,
हम दोनों को खोने मत दो।
तुम हो तो हर रास्ता रोशन,
तुमसे ही तो है सब कुछ आसान।
जो साये में छुपा था डर,
वो अब रौशनी से घेर लें।
हर पल को अपने दिल में भर,
हम खुद को अब भूल न जाएं।
दिल कह रहा, आज की रात यही,
बिखर जाए, हर चाहत वहीं।
लम्हों को रोक लो,
साँसों को थाम लो,
आज जाने की जिद न करो।
तुम्हारे बिना अधूरी सी हूँ,
तुम्हारे साथ ये रात पूरी सी हूँ।
बस एक पल का और साथ दो,
आज जाने की जिद न करो।
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