पूर्ण स्वतंत्रता के लिए सब कुछ कुर्बान
स्वतंत्रता का सपना आँखों में पाला,
हर बंधन को तोड़ने का किया है इरादा।
हर मुश्किल से लड़ने का प्रण लिया,
माँ की धरती के लिए सब कुछ त्याग दिया।
तेरी खातिर हर दर्द सहूँगा,
तेरे नाम पर हर घाव सहूँगा।
चाहे जीवन हो या मृत्यु का द्वार,
तेरी स्वतंत्रता में सब अर्पित है, मेरे यार।
चमके जो सूरज, तेरा आकाश में,
हर कण में बसी तेरी पहचान में।
तेरे लिए छोड़ दूँगा ये संसार,
तेरी मिट्टी का कर्ज़ चुकाने को तैयार।
हर बाधा में हौंसले की आग जलेगी,
तेरी राह में मेरी साँसें चलेंगी।
कभी झुकूँगा नहीं, कभी रुकूँगा नहीं,
तेरी स्वतंत्रता के लिए सब कुछ छोड़ दूँगा सही।
वो शहीदों का खून जो बहा,
हर बूँद में आज़ादी की चाह सजा।
उनके बलिदानों की राह पर चलूँगा,
तेरी खातिर जीवन को भी मलूँगा।
हर जंजीर का अब तोड़ना है इरादा,
तेरी स्वतंत्रता के लिए सब कुछ न्योछावर मेरा वादा।
तेरे नाम पर है ये जीवन और जान,
तेरी सेवा में अर्पित मेरा ईमान।
तू है मेरा घर, तू है मेरा मान,
तेरी खातिर सब कुछ करूँ कुर्बान।
तेरी स्वतंत्रता की शपथ जो ली,
उसका मान रखूँगा आखिरी साँस तक जी।
हर दीवार को गिरा दूँगा तेरी राह में,
तेरी खातिर खुद को भी मिटा दूँगा चाह में।
तेरी स्वतंत्रता ही मेरा सपना है,
तेरी माटी का कण-कण अपना है।
क्रांति की मशाल मैं जलाए रखूँगा,
तेरी रक्षा में अपना सब कुछ दूँगा।
तेरी राह में मेरे अरमानों का दीप जलाए,
तेरी खातिर हर बंधन को तोड़ दूँ पाय।
तेरी आजादी का परचम उठाए रहूँगा,
तेरे मान के लिए जिए और मरे रहूँगा।
हर वो सपना जो स्वतंत्रता से जुड़ा,
उसकी खातिर हर दर्द मैंने खुद पर कड़ा।
तेरी खातिर हर बलिदान दूँगा,
तेरी रक्षा में तन, मन, धन वार दूँगा।
तू हो स्वतंत्र, यही अरमान है मेरा,
तेरी माटी से बंधा मेरा हर सपना।
हर तानाशाह से टकराने का साहस है,
तेरी रक्षा में जलने का हौसला है।
हर जंग तेरी खातिर लड़ूँगा,
तेरी आज़ादी के लिए हर कदम बढ़ूँगा।
हर झोंका हवा का कहेगा तेरा नाम,
तेरी आज़ादी का रखूँगा हरदम ध्यान।
हर बार तेरे लिए मरने को तैयार हूँ,
तेरी आजादी में खुद को न्योछावर करूँगा यार।
जब तक तू स्वतंत्र न हो जाए,
मेरा हर प्रयास तुझे समर्पित रहे।
तेरी स्वतंत्रता में ही सुकून मेरा,
तेरी माटी से गहरा रिश्ता मेरा।
तेरी खातिर छोड़ दूँ हर आराम,
तेरी आज़ादी के लिए छोड़ूँ सारा गुमान।
मेरे जीवन का हर क्षण तुझसे जुड़ा,
तेरी स्वतंत्रता के लिए लड़ूँगा हर घड़ी कड़ा।
जिन्होंने बलिदान दिया तेरी खातिर,
उनके नक्शे-कदम पर चलूँगा, बेफिक्र।
तेरी स्वतंत्रता के लिए सब कुछ छोड़ दूँगा,
तेरे लिए जीऊँगा, तेरे लिए मरूँगा।
तेरी माटी में अपना अस्तित्व मिलाऊँगा,
तेरी आज़ादी के लिए सब कुछ लुटाऊँगा।
जब तक स्वतंत्रता का सूरज न उगे,
तेरी राह में जलता रहूँगा, तेरी राह में लगे।
तेरी माटी की सौगंध मुझे प्यारी है,
तेरी स्वतंत्रता ही मेरी तैयारी है।
हर दिन, हर रात, हर पल बस एक ही नाम,
तेरी स्वतंत्रता में बसता है मेरा अरमान।
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