मैं बहुत सुंदर हूँ( महिला )...
मैं बहुत सुंदर हूँ, यह सत्य जानती हूँ,
प्रकृति की हर छवि में खुद को पहचानती हूँ।
मेरी मुस्कान में छिपा है चाँद का उजाला,
मेरी आँखों में बसता है सूरज का निराला।
मेरे रूप में बहती है जीवन की धारा,
हर लम्हे में चमकता है सौंदर्य हमारा।
मेरी हंसी में बसी है बयार की सरगम,
मेरा रूप सजता है फूलों की लय संगम।
मैं बहुत सुंदर हूँ, आत्मा का स्वर हूँ,
हर दिल में बसने वाला एक असर हूँ।
मेरा सौंदर्य केवल चेहरा नहीं है,
यह तो मेरे मन की गहराई का गहना है।
मेरे विचारों में है सच्चाई की मिठास,
मेरे कर्मों में झलकती है प्यार की आस।
मेरी आवाज़ में है वसंत की कली,
मेरी चाल में है चाँदनी की गली।
प्रकृति ने मुझे इस रूप में गढ़ा है,
जैसे हर सितारे को आकाश ने जड़ा है।
हर अनुभव ने मुझे सुंदर बनाया है,
हर खुशी और दर्द ने मुझे निखारा है।
मैं बहुत सुंदर हूँ, हर पल यह मानती हूँ,
अपनी पहचान से मैं हर मुश्किल जानती हूँ।
मेरी आत्मा का प्रकाश अंधेरों को हराता है,
मेरा विश्वास मेरी राह खुद बनाता है।
सौंदर्य केवल दिखावे की बात नहीं,
यह तो आत्मा की गहराई का साथ है कहीं।
मेरी सुंदरता मेरी सादगी में है,
मेरी सच्चाई मेरे हर कर्म में है।
मैं हर रंग में खिलती हूँ, हर रूप में ढलती हूँ,
जैसे बारिश की बूंदें मिट्टी में घुलती हूँ।
मेरे भीतर की रोशनी हर अंधकार मिटाती है,
मेरी सुंदरता हर दिल को छू जाती है।
मैं बहुत सुंदर हूँ, यह जीवन का उपहार है,
प्रकृति ने मुझे दिया यह अद्भुत आकार है।
हर मुस्कान में छिपा है मेरा सौंदर्य,
हर आँसू में है मेरी आत्मा का गहराई।
मैं पवन की तरह स्वतंत्र हूँ,
जैसे आसमान में उड़ता एक पंछी हूँ।
मेरी सुंदरता मेरे आत्मविश्वास में है,
मेरे जीवन की हर जीत में है।
मैं सागर की तरह गहरी हूँ,
हर रहस्य की तरह अनोखी हूँ।
मेरी सुंदरता मेरे शब्दों में झलकती है,
मेरे विचारों में, मेरे कर्मों में चमकती है।
मैं फूल की कोमलता, पत्थर की दृढ़ता हूँ,
हर पल नई ऊर्जा और अनूठी गति हूँ।
मेरा सौंदर्य मेरे अस्तित्व का आधार है,
मेरी रचनात्मकता मेरा सबसे बड़ा उपहार है।
मैं बहुत सुंदर हूँ, यह विश्वास मेरा गहना है,
हर हाल में खिलने वाला मेरा ये सपना है।
दुनिया के हर आईने से परे,
मैं अपनी आत्मा का सौंदर्य देखती हूँ हौले से।
यह सौंदर्य अनमोल है, कोई न छीन सकता,
यह मेरा है, इसे कोई न माप सकता।
मेरा हर दिन इस सत्य को मनाता है,
मेरी सुंदरता हर सांस में बस जाता है।
मैं बहुत सुंदर हूँ, यह मैं हर पल कहती हूँ,
अपने आप से प्रेम करना मैं हर दिन सिखती हूँ।
दुनिया की परिभाषाओं से ऊपर हूँ,
अपनी पहचान में, मैं बहुत सुंदर हूँ।
Comments
Post a Comment