तुम्हारे लिए आसान है...


तुम्हारे लिए आसान है,

तुम्हारे पास मैं हूँ।

तुम आई मेरे पास,

और फिर कहीं नहीं गई।


वो दिन थे कितने खास,

जब दिल ने तुम्हें चुना था।

मेरी हर धड़कन में,

बस तुम्हारा नाम बुना था।


मैं भी गया था कभी,

आस लेकर उस ओर।

जहां उम्मीदें हंसती थीं,

और सपने थे चंदन घोर।


पर उसने मुझे ठुकराया,

बेवजह, बेपरवाह।

टूटे दिल का हाल

बस सन्नाटा कहता रहा।


तुम्हारे साथ मगर,

सब कुछ बदल गया।

दर्द के उस सफर में,

खुशियों का पल गया।


तुम्हारे लिए आसान है,

क्योंकि तुम्हारे पास मैं हूँ।

मैंने पाया तुम्हें,

और दुनिया से बेपरवाह हूँ।


अब नहीं देखता पीछे,

जो छूटा, वो बीता है।

तुम्हारी मुस्कान में बस,

मेरा हर सपना जीता है।


तुमसे दूर जाने का,

अब कोई सवाल नहीं।

तुम हो जहां मेरे साथ,

वहीं सारी बहार सही।


तुमने मुझे सिखाया,

प्यार का सच्चा अर्थ।

जो खोया, वो मिल गया,

तुम्हारे संग, बस, हर दिन सवर्थ।


तुम्हारे लिए आसान है,

क्योंकि तुम मेरी रूह में बस गई।

मैं भी तुम्हारा हुआ,

और तुम भी मेरी हो गई।


अब ना कोई गिला,

ना कोई शिकायत है।

हम दोनों का रिश्ता,

खुशियों की इनायत है।


इस मोहब्बत की दुनिया में,

तुमसे अच्छा कुछ नहीं।

तुम्हारे पास रहकर,

अब दिल को कुछ और चाहिए भी नहीं।


तुम्हारे लिए आसान है,

तुम्हारे पास मैं हूँ।

और अब, हर दिन, हर पल,

तुमसे मिलने को बेताब हूँ।


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