तुम्हारी आँखों में डूबने का मन करता है...

तुम्हारी आँखों में डूबने का मन करता है,

चुपके से ख्वाबों में बसने का मन करता है।

जहाँ मोहब्बत के साए कभी न हो कम,

उस गहराई में उतरने का मन करता है।


तुम्हारी आँखों में चाँदनी सी बात है,

दिल के अरमानों की मीठी सौगात है।

हर ग़ज़ल, हर नज़्म तुमसे ही रोशन,

उस रोशनी में जीने का मन करता है।


दिल के समंदर में उतर गया हूँ मैं,

तुम्हारी आँखों का असर ले गया हूँ मैं।

तुम्हारी नज़रों से दुनिया खूबसूरत लगे,

उस नज़ारे में खुद को पाने का मन करता है।


तुम्हारी आँखों में कुछ ऐसा असर है,

हर ख्वाब मेरा बस तुमसे ही जुड़ा है।

जैसे गहरी झील में उतरती है चांदनी,

वैसे ही मेरे दिल में तुमने घर किया है।


तुम्हारी नजरों में खो जाने का मन करता है,

हर पल तुम्हें बस देखने का मन करता है।

जैसे बहती नदी समंदर में जा मिलती है,

वैसे ही तुम्हारे प्यार में बहने का मन करता है।


तुम्हारी पलकें जब झुक जाती हैं,

मेरे दिल की धड़कन बढ़ जाती है।

जैसे किसी साज पर कोई सुर छेड़ दे,

वैसे ही मेरे अरमानों की धुन बन जाती है।


तुम्हारी हंसी में जादू सा लगता है,

हर दर्द मेरा जैसे खत्म सा लगता है।

तुम्हारे होंठों पर जो बात रुक जाती है,

वो मेरे दिल को गहराई तक छू जाती है।


तुम्हारी आँखों में एक कहानी छुपी है,

हर पन्ना जैसे मोहब्बत से लिखा है।

उस कहानी को पढ़ने का मन करता है,

हर लफ्ज़ को दिल से गुनने का मन करता है।


तुम्हारी बाहों में सुकून का जहां है,

जैसे बरसों का थका मुसाफिर ठहरा है।

उस जहां में खोकर जीने का मन करता है,

हर दर्द से दूर बस तुम्हारे पास रहने का मन करता है।


तुम्हारी आंखों में जो चमक है,

वो मेरे जीवन का उजाला बनती है।

उस उजाले में हर अंधेरा मिटाने का,

जिंदगी को तुम्हारे नाम करने का मन करता है।


तुम्हारी आँखों में डूबने का मन करता है,

उस गहराई में खुद को खोने का मन करता है।

हर पल, हर सांस तुम्हारा नाम लेती है,

तुम्हारी मोहब्बत में जीने-मरने का मन करता है।




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