तू पल पल याद आती है...

तू पल पल याद आती है,

जैसे बूँद बूँद बरसात लाती है।

हर लम्हा तेरी बातों में खो जाता हूँ,

तेरी यादें मेरी सांसों में समाती हैं।


तेरा चेहरा चाँद की रोशनी सा लगता,

तेरी हँसी में जैसे फूलों का बग़ीचा बसता।

तेरी आँखों का जादू दिल को भिगोता,

तेरी यादों का समंदर हरपल में बहता।


हर रात तेरा ख़्वाब सजाता हूँ,

तेरी तस्वीर दिल में बसाता हूँ।

चुपके से तेरी ख़ुशबू महसूस करता,

तेरे बिना ये दिल कितना तरसता।


वो पल, जब तू पास थी मेरे,

जैसे बहारें सजी हों जीवन के घेरे।

अब वो लम्हे सिर्फ़ यादें बनकर आते,

दिल को हर दिन तेरे बिना रुलाते।


तेरे बिना अधूरी है ये कहानी,

हर बात में तेरी झलक पहचानी।

तेरे बिना मौसम भी सूना लगता,

हर दिन जैसे कोई सपना टूटता।


तू जो आई, तो जैसे जहान मिल गया,

तेरे जाने से हर सपना बिखर गया।

अब तो बस तेरी यादों का सहारा है,

इनसे ही हर दर्द थोड़ा गवारा है।


तू पल पल याद आती है,

जैसे चाँदनी रातों में खिल जाती है।

हर साँस में बस तेरा नाम है,

तेरी मोहब्बत ही मेरा अंजाम है।


अगर तू लौट आए, तो बहारें लौटें,

हर दर्द की सिलवटें फिर से सुलझें।

तुझ बिन हर खुशी अधूरी है,

तू ही मेरे दिल की मंजूरी है।


तू पल पल याद आती है...

हर लम्हे में, हर साँस में,

तू पल पल याद आती है।


Comments