मेरे लिए रात का चाँद तो तुम..

 

मेरे लिए रात का चाँद तो तुम,
सुबह का सूरज भी हो तुम सनम।
मिट्टी की खुशबू, हवा का लहका,
मेरी मोहब्बत का रूप हो तुम।

चाँदनी रातों में तुम्हारा साथ,
सितारों से रोशन मेरी हर बात।
ठंडक तुम्हारी मेरे दिल को मिले,
जैसे बादलों से बरसे बरसात।

सुबह की पहली किरण हो तुम,
उम्मीदों की दुनिया का आंगन हो तुम।
रोशनी बनके हर अंधेरा मिटा दो,
मेरे ख़्वाबों का सावन हो तुम।

हर गीत में तुम्हारा सूरज मिले,
मेरे जज़्बात में तुम्हारा रंग खिले।
रात के चाँद की ठंडक सी बात,
सुबह के सूरज की रोशनी की बात।

दिल की हर एक पुकार हो तुम,
मेरी मोहब्बत का इज़हार हो तुम।
चाँद की शीतलता, सूरज की ताक़त,
मेरी ज़िंदगी का आधार हो तुम।

मेरे लिए चाँद भी तुम, सूरज भी तुम,
मेरी हर दुआ का सामान हो तुम।
ज़िंदगी के गीत में तुम्हारा राग,
हर मोड़ पे मेरा सुकून हो तुम।

चाँद, सूरज, ज़मीन और आसमान,
मेरे सपनों की पहचान हो तुम।
बस इतना कहना है दिल से सनम,
मेरे लिए रात का चाँद तो तुम।

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