मुझे पिता नहीं बनना...

मुझे पिता नहीं बनना

सोच के सहम जाता हूँ

कि कितना भयवाह जीवन होगा बिना पिता के

कल अगर मुझे कुछ हो जाये

तो मेरे बच्चों का क्या होगा

कुछ दिनों पहले ट्रेन में एक माँ मिली थी

विधवा

अपनी लड़की के साथ सफर कर रही थी

लड़की बड़ी हो चुकी थी

और माँ व्याकुल थी बेटी के शादी को लेके

मेरे सामने विवाह का प्रस्ताव रखा

मेरी शादी हो चुकी थी

मैंने कोई जवाब नहीं दिया


उंहोने अपनी व्यथा सुनायी

पैसे तो नहीं ही थे

कोई परिवार में भी नहीं था जो बेटी के लिए रिश्ता ढूंढता

किसी शादी में जा रही थी

मैंने कहा वहां रिश्तेदारों से बात करने के लिए

मैंने उनका फोन नंबर ले लिया

और दिलासा दिया कि अगर कोई मिलता है तो मैं उन्हें जानकारी दूंगा... 

रूपेश रंजन

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