तुम्हारे साथ गुज़रे लम्हों की मिठास...

 

शायरी

तुम्हारे साथ गुज़रे लम्हों की मिठास,
दिल के हर कोने में करती है वास।
हर धड़कन में बसती है तेरी सदा,
कैसे भुलाऊँ तुम्हें, ये दिल न समझा।

तेरे साथ बिताए वो पल हसीन,
जिनमें बसी थी मेरी हर एक ज़मीन।
तुम्हारी हँसी थी जैसे कोई गीत,
अब यादों में वो बन गई है प्रीत।

हर साँस तुम्हारे नाम का तराना है,
तुम बिन ये दिल भी वीराना है।
तेरे बिना हर खुशी अधूरी लगे,
हर राह भी अब अनजानी लगे।

मैं प्यार करता हूँ तुमसे ये सच है,
तेरे बिना हर ख्वाब टूटा और कच्चा है।
कैसे मिटाऊँ तुम्हारी तस्वीर दिल से,
जब धड़कता हूँ सिर्फ तुम्हारे सिलसिले से।

तुम मेरी हर दुआ का हिस्सा हो,
तुम्हीं से रोशन हर एक किस्सा हो।
कैसे भुलाऊँ तुम्हें, ये सोचता हूँ,
तेरे बिना हर लम्हे में खोता हूँ।



शायरी


तेरी यादों का फूल दिल में महकता है,

हर लम्हा तेरा नाम लबों पर चमकता है।

मोहब्बत की रवानी कैसे भुलाऊँ मैं,

जब साँसों के हर सुर में तेरा ही नग़मा बसता है।



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