तुम्हें मरना होगा फिर से जन्म लेने के लिए।
तुम्हें मरना होगा फिर से जन्म लेने के लिए,
सच है कि यहाँ कोई नहीं मरता।
बस एक नया जन्म होता है हर बार,
तुम पेड़ बन सकते हो,
तुम कोई जानवर बन सकते हो,
तुम फिर से कोई नया इंसान बन सकते हो।
इतना ही होगा ज्यादा से ज्यादा,
तुम एक से नहीं रह सकते।
इसलिए,
तुम्हें मरना होगा फिर से जन्म लेने के लिए।
Poem:
तुम्हें मरना होगा फिर से जन्म लेने के लिए
तुम्हें मरना होगा,
फिर से जीने के लिए,
यहाँ कोई नहीं मरता,
बस रूप बदलता है हर किसी का।
मिट्टी में गिरा बीज,
मिटकर ही बनता है वृक्ष,
सूखे पत्तों की सरसराहट में,
नया जीवन हरियाली बन खिलता है।
तुम एक पक्षी हो सकते हो,
नीले आकाश की छाँव तले,
या बन सकते हो कोई नदी,
जो अपने किनारों को छोड़
हर बार नया मार्ग बनाती है।
तुम फिर से एक नया इंसान हो सकते हो,
अपने विचारों की परतें उतार,
एक नई आत्मा, नई पहचान,
जो सच्चाई के नए अर्थ खोजती है।
यह चक्र अनवरत चलता रहेगा,
क्योंकि ठहराव यहाँ नहीं लिखा,
हर परिवर्तन में छुपा है जीवन,
और जीवन के हर क्षण में मृत्यु का संकेत।
इसलिए,
तुम्हें मरना होगा,
फिर से जन्म लेने के लिए।
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