उस संबंध को छोड़ ही देना चाहिए,
**"उस संबंध को छोड़ ही देना चाहिए,
जो हर दिन
आपकी गलती का अहसास दिलाती हो,
जो काँटों की तरह चुभता हो।
कुछ लोग होते ही ऐसे,
जो आस्तीन के साँप की तरह होते हैं,
अंदर ही अंदर डसते रहते हैं आपको।
जो ख़ुद तो कुछ नहीं करते,
पर आपसे ख़ूब सारी अपेक्षा रखते हैं।
हम लाख कोशिश करके भी
सामने वाले की प्रकृति नहीं बदल पा रहे हों,
और ख़ुद को बदलना
स्वयं के आत्मा की हत्या जैसा प्रतीत हो रहा हो,
तो वैसे संबंध से
जितनी जल्दी मुक्ति मिल जाए, वही अच्छा है।"**
— रूपेश रंजन
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