रातें बितानी हैं तुम्हारे साथ...
रातें बितानी हैं तुम्हारे साथ
रातें बितानी हैं तुम्हारे साथ,
चाँद को नज़रअंदाज़ करते हुए,
तारों को भुलाते हुए,
क्योंकि तुमसे सुन्दर कुछ भी नहीं,
बस तुम्हें देखते हुए।
तेरी साँसों की गर्माहट में सिमट जाऊँ,
तेरी बाहों में खुद को भूल जाऊँ,
रात भर तेरी आगोश में पिघलूँ,
तेरी चाहत में खुद को मसलूँ।
तेरे लबों का नशा घुल जाए मुझमें,
तेरी उंगलियाँ मेरी रूह को छू लें,
ये रातें तेरे इश्क़ में खो जाएँ,
हम दोनों बस एक-दूजे में सो जाएँ।
सुबह की पहली किरण तक,
तेरी बाहों में यूँ ही सिमटे रहें,
हर सांस में तेरा नाम बहे,
तेरी धड़कनों से मेरी धड़कन कहे—
"मुझे तुझमें ही खो जाना है,
इस रात को तेरे नाम कर जाना है..."
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