क्या मिला एक माँ से, उसके बेटे को छीन के? – सोनम केस पर एक माँ की सिसकी
💔 क्या मिला एक माँ से, उसके बेटे को छीन के? – सोनम केस पर एक माँ की सिसकी
राजा रघुवंशी — एक बेटा, एक सपना, एक भरोसा…
उस माँ की गोद में पला, जो उसे देख-देख कर जिया करती थी।
जिसकी शादी पर उसने आँसू पोछकर आशीर्वाद दिए थे,
और कहा था – "अब तू अकेला नहीं, बहू आई है। तू खुश रहना बेटा।"
लेकिन हनीमून से उसकी बहू तो लौटी,
माँ का राजा ताबूत में लिपटा आया।
🩸 क्या मिला सोनम को उसके बेटे को छीनकर?
प्यार नहीं था तो क्यों शादी की?
खुश नहीं थी तो छोड़ देती…
लेकिन तुमने चार लोगों को भेजा,
मेघालय की उन पहाड़ियों में,
जहाँ वो तुम्हारे साथ भविष्य के सपने देख रहा था।
तुमने उसकी साँसें छीनी,
और उसकी माँ की उम्मीदें भी।
😭 उस माँ ने क्या खोया?
- वो आँचल जो सिर्फ़ बेटे के सिर पर सजता था, अब सूना है।
- वो रसोई जिसमें राजा की पसंद की रोटियाँ बनती थीं, अब बंद पड़ी है।
- हर सुबह जिसकी शुरुआत "बेटा उठ जा" से होती थी, अब सिर्फ़ ख़ामोशी है।
क्या मिला एक माँ से, उसके बेटे को छीन के?
मिली बस एक रिवॉल्वर की गूंज, जो हर रात उस माँ के कानों में बजती है।
🕯️ ऐसे ही और कितने माँओं ने अपने लाल खोए?
- श्रद्धा की माँ: जिसकी बेटी 35 टुकड़ों में मिली…
- साक्षी की माँ: जिसने अपनी बच्ची को चाकुओं से गोदते हुए वीडियो में देखा…
- राजा की माँ: जिसने अपने बेटे की लाश देखी, जिसे बहू ने ही मिटा डाला।
हर माँ की सिसकी एक सवाल है—
"क्या यही रिश्तों की कीमत है?"
🌑 औरत होना कमजोरी नहीं है, लेकिन औरत बनकर छल करना भी ताकत नहीं
सोनम ने जो किया, वो सिर्फ एक हत्या नहीं,
वो एक माँ का मातृत्व, एक पिता का गौरव,
और पूरे समाज की आत्मा पर धब्बा है।
✍️ अब सवाल हम सब से है:
- क्या शादी सिर्फ़ दिखावा बन चुकी है?
- क्या रिश्तों में संवाद नहीं, सिर्फ़ स्वार्थ बचा है?
- और क्या अब हर माँ को डर के साथ बेटे की शादी करनी होगी?
🙏 अंत में... उस माँ की आँखों से निकला एक आह
"हे भगवान! अगर बहू ऐसी ही निकले,
तो मेरी कोख ही सूनी रहने दे।
कम से कम मेरा राजा मुझसे दूर तो न जाएगा...
Painful
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