करुण नायर के लिए दिल से एक एहसास...
करुण नायर के लिए दिल से एक एहसास...
वो खिलाड़ी जिसने एक बार तिहरा शतक लगाया था — वो भी टेस्ट क्रिकेट में।
वो लम्हा हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी की यादों में आज भी बसा है।
303* बनाकर करुण नायर ने इतिहास रचा था, लेकिन अफ़सोस... उसके बाद जो होना चाहिए था, वो नहीं हुआ।
आज जब हम देखते हैं कि करुण नायर घरेलू क्रिकेट में मेहनत करते हुए भी पचास तक नहीं पहुंच पाते — दिल दुखता है।
हर बार एक अच्छी शुरुआत, लेकिन फिर वही कहानी —
"अच्छी शुरुआत, लेकिन अंजाम अधूरा।"
🌧️ ये सिर्फ आंकड़े नहीं, एक कलाकार की अधूरी पेंटिंग है...
करुण नायर के साथ सबसे बड़ा दर्द यही रहा कि
जब उन्होंने अपना हुनर दिखाया, तब उन्हें मौके नहीं मिले।
और जब मिले, तब वो अपनी लय में नहीं थे।
हर बार उम्मीदें जगीं —
"शायद इस बार चलेगा..."
"इस बार लंबा खेलेगा..."
लेकिन पारी कहीं न कहीं लड़खड़ा जाती है।
😔 अंदर से शायद वो भी टूटता होगा...
एक खिलाड़ी के लिए बार-बार शुरुआत करना और फिर नाकाम होना —
ये सिर्फ तकनीकी गलती नहीं होती,
कभी-कभी ये दिमाग का खेल बन जाता है।
खासकर जब आपके नाम के आगे हमेशा एक "303" जुड़ा हो —
तो हर बार आपसे वैसा ही प्रदर्शन माँगा जाता है,
मानो उस एक पारी ने आपकी हर अगली पारी की तुलना तय कर दी हो।
❤️ लेकिन हम भूले नहीं हैं...
करुण नायर सिर्फ एक पारी का नाम नहीं,
वो उन गिने-चुने भारतीयों में हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ा।
वो मेहनती है, शांत है, और मैदान पर अपना सब कुछ झोंक देता है।
आज चाहे वो अर्धशतक से चूक रहा हो,
लेकिन हमें पता है — कभी न कभी फिर चमकेगा।
🕊️ एक अंतिम भावना...
"जो एक बार 300 बना सकता है,
वो फिर से 50, 100, या उससे भी ज़्यादा बना सकता है।
बस ज़रूरत है — उस एक मौके की, उस एक दिन की,
जब किस्मत और मेहनत दोनों साथ हो..."
करुण, तुम अकेले नहीं हो —
हर क्रिकेट प्रेमी जो खेल को दिल से समझता है,
वो आज भी तुम्हारे साथ खड़ा है।
तुम्हारी पारी अभी खत्म नहीं हुई है...
बस अगली शुरुआत का इंतज़ार है।
✍️ Rupesh Ranjan
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