Maa ke saath...

Maa ke saath... 


**"ज़िंदगी में न जाने कितनी कठिनाइयाँ देखी हैं,
हर क्षेत्र में कई बार टूटन और बिछड़ाव का सामना किया।
लेकिन एक रिश्ता कभी नहीं टूटा —
मेरा उसके साथ जुड़ाव।
वो रिश्ता हर दिन और गहरा होता गया।
आज मैं उसी के साथ हूँ — केवल उसी के।

इसलिए अब कोई धोखा, कोई बुरा बर्ताव,
मुझे बदल नहीं सकता।
मैं वैसा ही हूँ जैसे पहले था।
ना नफ़रत ने मेरा रास्ता मोड़ा,
ना दर्द ने मेरा हौसला तोड़ा।

क्योंकि मैं उससे जुड़ा हूँ —
और यही जुड़ाव मेरी सबसे बड़ी शक्ति है।"**




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