अगर इश्क़ है मुझसे
अगर इश्क़ है मुझसे
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपने सारे ग़म मुझमें उतार दो,
तुम्हारी आँखों से गिरने वाले आँसू
मेरी पलकों को सौंप दो।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो माथे की सारी शिकनें
मेरे सीने में रख दो,
तुम्हारे चेहरे पर सिर्फ़ मुस्कान हो,
तेरी थकान मेरा बोझ हो।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपनी तन्हाई मुझे दे दो,
मैं तुम्हारे हर ख़ालीपन को
अपनी हँसी से भर दूँगा।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपने टूटे सपने मेरे हवाले कर दो,
मैं उन्हें जोड़कर
तुम्हारी आँखों में फिर चमका दूँगा।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपने डर मुझे दे दो,
मैं हर अंधेरे को अपने भीतर समेट लूँगा,
ताकि तुम्हारी राहों पर
सिर्फ़ रोशनी बिछी रहे।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपने सवाल मुझे सौंप दो,
मैं जवाब न सही,
साथ तो दूँगा तुम्हारे।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपने आँसुओं की नमी
मेरे हाथों में रख दो,
मैं उन्हें आशीर्वाद बना दूँगा।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपनी थकान मेरी गोद में रख दो,
मैं लोरियाँ गाकर
तुम्हें चैन की नींद सुलाऊँगा।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपने दर्द की धुन
मेरे कानों में गा दो,
मैं उसे गीत बनाकर
तुम्हारे दिल को सुकून दूँगा।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपने बीते हुए कल की चोटें
मेरी हथेलियों पर रख दो,
मैं हर निशान पर
प्यार का मरहम लगाऊँगा।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपने टूटे हुए अरमान
मेरे सपनों में डाल दो,
मैं उन्हें सजाकर
तुम्हें लौटा दूँगा।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपनी चुप्पी मुझे दे दो,
मैं उसे शब्दों में बदलकर
तुम्हारी रूह से कह दूँगा।
अगर इश्क़ है मुझसे,
तो अपने सारे ग़म मुझे दे दो,
ताकि तुम्हारी दुनिया
सिर्फ़ ख़ुशियों से भरी रहे।
क्योंकि तुम्हारा दर्द देखना
मेरे लिए सबसे बड़ा ग़म है,
और तुम्हारी मुस्कान देखना
मेरी सबसे बड़ी दुआ है।
रूपेश रंजन
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