तुम्हारी बाँहों में नींद

तुम्हारी बाँहों में नींद

क्या कहूँ तुमसे, प्रियतम,
कि मेरे क़रीब तुम ऐसे आओ,
जैसे पवन थम जाए एक क्षण,
और दिल का सन्नाटा पिघल जाए।

न कोई दूरी रहे हमारे बीच,
न हवा का गुज़रना महसूस हो,
बस तुम और मैं, एक संसार,
जहाँ प्रेम ही प्रार्थना बन जाए।

रात के गहरे सन्नाटे में,
तुम्हारी साँसें मेरे कानों तक पहुँचें,
और हर धड़कन कहे मुझे,
हम सदा से एक-दूसरे के हैं।

मैं गुनगुनाऊँ एक मीठा गीत,
जो केवल तुम्हारे लिए जन्मा है,
और तुम डूब जाओ उस लय में,
जैसे सागर लहरों को समेट लेता है।

तुम्हारी आँखों की नमी में,
मैं अपनी तन्हाई को बहा दूँ,
और हर अश्रु बन जाए मोती,
जो प्रेम की माला गढ़े।

तुम्हारी मुस्कान में छिपा सूरज,
मेरी रातों को रोशन कर दे,
और मैं खो जाऊँ उस प्रकाश में,
जैसे चाँद खो जाए सुबह की धूप में।

तुम्हारा आलिंगन हो ऐसा गहरा,
कि मेरी आत्मा उसमें विलीन हो,
कोई अलगाव न रहे फिर,
बस एकत्व का अनुभव हो।

हवा भी जलन से रुक जाए,
कि उसे हमारी नज़दीकी चुभे,
और समय ठहर जाए एक पल,
हमारे प्रेम को निहारने।

तुम्हारी धड़कनें जब बढ़ें,
तो मैं उन्हें गिन न सकूँ,
हर धड़कन हो मेरा नाम,
और हर सांस हो मेरी चाहत।

तुम्हारे होंठों की खामोशी,
मेरे दिल पर कविता लिखे,
और मैं उसे पढ़ते-पढ़ते,
अनंत सुख में खो जाऊँ।

रात की ख़ामोशी में हम,
एक-दूसरे का गीत बनें,
तुम स्वर, मैं ताल बनूँ,
और जीवन एक संगीत हो।

तुम्हारे बालों की खुशबू,
मेरी साँसों को महका दे,
और मैं उस महक में खोकर,
अनंत यात्राएँ तय कर लूँ।

तुम मेरी बाँहों में सिमट जाओ,
जैसे फूल ओस में भीगता है,
और मेरी धड़कनों के बीच,
तुम्हारा सपना जन्म ले।

तुम्हारी थकान पिघल जाए,
मेरे आलिंगन की गर्माहट में,
और नींद आ जाए तुम्हें,
जैसे माँ की गोद में आती है।

हर ख्वाब तुम्हारा हो उजला,
हर सपना तुम्हारा मुस्काए,
मेरी बाँहों का यह संसार,
तुम्हारे दिल को सुकून दे।

तुम्हारी चुप्पी में छिपे शब्द,
मेरे कानों तक पहुँचें,
और बिना बोले ही हम,
सब कुछ कह जाएँ।

जैसे धरती को चाहिए आकाश,
वैसे ही मुझे चाहिए तुम,
हमारे बीच कोई दीवार न रहे,
बस प्रेम का पुल हो।

रात ढलती जाए धीरे-धीरे,
पर हमारे पल अमर हो जाएँ,
हर साँस में तुम रचो-बसो,
और हर धड़कन तुम्हें पुकारे।

तुम्हारे पास रहना ही स्वर्ग है,
तुम्हारे संग जीना ही मोक्ष है,
मेरे प्रेम की गहराई में तुम,
सदा के लिए डूब जाओ।

और जब नींद तुम्हें घेर ले,
तो मेरी बाँहें तुम्हारा बिस्तर हों,
जहाँ सपने हों सिर्फ़ प्रेम के,
और सवेरा भी हमारा गीत गाए।



Comments

  1. The way you write about feeling is so gorgeous ♥️♥️

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