बुला लेना

 


🌹 बुला लेना🌹

जब चांदनी रात में तन्हा हो जाओ,
और खामोश लम्हों में खो जाओ,
तो अपनी धड़कनों की सरगम में,
मेरा नाम ज़रा गुनगुना लेना।

जब चांद छुप जाए बादलों के पीछे,
और सितारे सो जाएं गगन की नींद में,
तो अपनी पलकों के साए में,
मुझे ज़रा बुला लेना।

जब होंठों पर अधूरी मुस्कान ठहर जाए,
और दिल में कोई कसक सी उतर आए,
तो अपनी सांसों की गर्माहट में,
मेरा अहसास पा लेना।

जब भी बारिश की बूँदें गालों पर गिरें,
और भीगी हवाएँ तन को छूकर गुजरें,
तो उस नमी में मेरा स्पर्श ढूंढ लेना,
और पास बुला लेना।

जब सपनों की दुनिया में तुम भटक जाओ,
और नींद की राहों में कहीं खो जाओ,
तो अपने ख्वाबों की गहराई में,
मुझे हमेशा साथ पाना।

जब कोई गीत दिल को छू जाए,
और रूह में हल्की हल्की गूंज उठ जाए,
तो उन सुरों की लय में,
मेरे प्यार का गीत सुन लेना।

जब तुम्हारी पलकों पर थकान उतर आए,
और दिल में बेचैनियां सिहर जाएं,
तो मेरी यादों का तकिया बना लेना,
और चैन से सो जाना।

जब फूलों की खुशबू तुम्हें छू ले,
और हवा तुम्हारे गालों को सहला दे,
तो उन लम्हों की मिठास में,
मेरा नाम पुकार लेना।

जब हर तरफ रौशनी बुझ जाए,
और अंधेरे दिल को घेरने लगें,
तो अपनी मोहब्बत की लौ में,
मेरी परछाई जला लेना।

जब तुम्हें लगे कि कोई और नहीं तुम्हारा,
कोई और नहीं जो दिल से तुम्हें चाहे,
तो अपने दिल की किताब में देखना,
हर पन्ने पर मेरा ही नाम पाओगी।

जब कभी सोचो कि कौन है सबसे क़रीब,
कौन है जो बिना कहे समझ ले हर चीज़,
तो आईने में मुस्कुरा लेना,
क्योंकि वहां मुझे ही पाओगी।

जब जिंदगी के सफ़र में थकान आए,
और मंज़िलें भी धुंधली नज़र आएं,
तो अपने हर दर्द की दवा बनाकर,
मुझे पास बुला लेना।

जब वक़्त ठहर जाए तेरे इंतज़ार में,
और धड़कनें खो जाएं मेरे प्यार में,
तो उस खामोशी की गहराई में,
मेरा नाम बसा लेना।

जब तुम्हारी रूह मोहब्बत ढूंढे,
और दिल मेरा होने की ख्वाहिश करे,
तो अपनी दुआओं में पुकार लेना,
क्योंकि मैं हमेशा वही मिलूंगा।

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