कभी-कभी रिश्ता टूटना भी ज़रूरी होता है
कभी-कभी रिश्ता टूटना भी ज़रूरी होता है
कुछ लोग चले जाएँ, तो साँसें हल्की लगती हैं,
दिल के बोझ उतर जाएँ, तो दुनिया नई सी लगती है।
हर जुदाई ग़म नहीं होती,
कभी-कभी हिज्र भी दवा बन जाता है।
जो रिश्ता थकान बन जाए,
जो मोहब्बत सवाल बन जाए,
उसे जाने देना ही बेहतर है,
क्योंकि हर ज़ख्म को भरने के लिए खामोशी चाहिए।
रूह का सुकून लौट आता है,
जब बोझिल चेहरे दूर चले जाते हैं।
आँखों का पानी साफ़ कर देता है,
बीते रिश्तों की धूल जमी यादें।
कभी रिश्तों को खत्म कर देना,
खुद से मोहब्बत करने का पहला कदम होता है।
हर इख़्तिताम में एक नई सुबह छुपी होती है,
और हर विदाई में एक नई शुरुआत का इशारा।
सीख लो, जो तुम्हारे दिल को तोड़ दे,
वो तुम्हारे काबिल कभी था ही नहीं।
जिन्हें रहना है, वो रहेंगे,
बाक़ी हवाओं की तरह गुज़र जाएँगे।
इसलिए मुस्कुराओ, जब कोई चला जाए,
क्योंकि उसकी रुख़सती में तुम्हारी राहत छुपी है।
ज़िन्दगी बहुत छोटी है ग़मों को थामने के लिए,
उसे उन चेहरों से सजाओ जो सच में तुम्हारे हैं।
♥️♥️
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