हर ज़िम्मेदारियों से थकी-सी मैं लड़की

हर ज़िम्मेदारियों से थकी-सी मैं लड़की 🩷
बस तुम्हारी बाहों में सुकून तलाशने लगती हूँ 🩷
कि तुम मुझे रोक लो,
अपने पास बैठा लो 💙
और कहो —
"अब मिल गया मुझे मेरा चैन,
अब यहीं ठहर जाओ,
कहीं मत जाओ...🩷
कहीं मत जाओ...🩷"




पहली बार लगे कि
ज़िन्दगी आसान है 🩷
तेरे होने से ही
हर बोझ हल्का जान है 💙
तू कहे —
"मत डर, मैं हूँ न यहाँ,
अब ना रो, ना उलझ,
बस मुस्कुराओ...🩷
बस मुस्कुराओ...🩷"




फिर चुप्पी भी मीठी लगे,
आँखों में बातें उतर आएं 🩷
तेरा हाथ थामे
जैसे सारी दुनिया सिमट जाए 💙
तू कहे —
"ये पल बस हमारा है,
ना समय भागे, ना सपने टूटें,
यहीं ठहर जाओ...🩷
सदा के लिए ठहर जाओ...🩷"

Comments

Post a Comment