मोर पिया मोहे से जिद्द करें, तोरें बिन कैसे दिन कटें।
मोर पिया मोहे से जिद्द करें,
तोरें बिन कैसे दिन कटें।
मन नहीं लागे साँझ-सवेरे,
सपनों में बस तेरा चेहरा झलके।
तेरे बिना जग वीराना,
हर राह लगे सूना आँगना।
फूल खिले भी बंजर जैसे,
बिन पिया रंग सब फीके-फीके।
चाँद तके तो रूप तेरा,
नभ में खोजे मन सैंया।
पवन चले तो कान कहे,
तेरी ही यादें मन बहलावे।
नींद न आए, आँखें रोएं,
तेरे बिना मन डोले-डोले।
बोल जरा पिया सुन लो रे,
कैसे कटेगा जीवन मोरे।
तेरी हँसी है प्राण मेरा,
तेरा वचन ही गीत मेरा।
साथ तेरा जब तक पाया,
हर दुख में सुख-सा जग छाया।
अब विरह की रातें भारी,
हर घड़ी लगे दूनी अंधियारी।
तेरे बिना हर पल अधूरा,
जीवन जैसे बिन धरा न नूरा।
आ जा पिया मन के मोहन,
भर दे जीवन मधुर आलोकन।
जिद्द न कर अब, सुन ले बात,
तेरे बिना न कटें दिन-रात।
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