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प्रेम करती हो तो करो ना

मैं तरसता हूँ उसके लिए

देखते हैं सूरज की हिमाकत को

Society has not achieved what it should.

जीवन में बंध के ही जीवन से मुक्त होना है|

कभी इस मोड़ पे

नींद आती है पर सोता कहां हूं

वो जेठ की दुपहरी धूप

किताब ही है उसका पहला प्यार

Yahi to ishq hai

Be a cause for change

कृष्ण भी मीरा

पूरे बागीचा ही उजार दिए|

i took the path less travelled

इस कदर टूट चुका हूँ मैं