Posts

सब मिट्टी के लिए ही है...

मिट्टी के लिए ही सब कुछ है...

माटी की महिमा...

माटी की सौगंध....

निर्ममता का अभिशाप...

छलावा...

विरह का शाप...

विरह की वेदना...

लेखक का अभिशाप...

रूह का विद्रोह...

रूह का विरह..

न अपमानस्य पीड़ा, न समानस्य मोह।

"हर हर महादेव"

मैं ऐसा क्यों हूँ?...

अनुभवों का सागर...